मकान निर्माण के लिए जिस तरह सीमेंट सरिया आवश्य्क है उसी तरह ईटें भी आवश्य्क मटेरियल है, ईटें कई प्रकार ( Types of bricks ) की होती है परन्तु यह आपको पता होना चाहिए कि कौनसी ईटें कहाँ पर प्रयोग की जाती है। आज के इस आर्टिकल में हम जानने वाले है की ईटें कितने प्रकार की होती है और इनकी क्या गुणवत्ता है हम यह भी जानेंगे की ईटों का प्राइस क्या चल रहा है जानने के लिओए इस लेख को पूरा जरूर पढ़े।
यदि आप भी अपना मकान बना रहे हैं तो आपको यह जानना जरूरी है की मार्केट में कितने प्रकार की हिट है आ रही हैं यदि आपको ईटों के बारे में ज्ञान होगा तो आप ईंटों का खर्चा कम कर सकते हैं इंटर कई प्रकार की होती हैं और उन सभी की क्वालिटी भी अलग-अलग होती है यदि आपको ईंटों की क्वालिटी और उनके रेट के बारे में जानकारी है तो आप अपने मकान में कम पैसे वाली अच्छी प्रकार की ईटें लगा सकते हैं।
Types of bricks in India Hindi
भारत में चार प्रकार की ईंटों का ज्यादातर प्रयोग किया जाता है इन ईंटों का प्रयोग मकान बनाने में सबसे अधिक किया जाता है। मकान बनाते समय आपको यह हमेशा ध्यान देना है कि कौन सी ईंटें आपको नींव में लगानी है और कौन सी ईंटें आपको चेन्नई के लिए लगानी है आज के इस आर्टिकल में आपके यहां सारी जानकारी मिल जाएगी
- Red bricks (लाल मिट्टी की ईंट)
- Fly ash brick (फ्लाई ऐश ईंट)
- Block bricks (ब्लॉक ईंट)
- Concrete bricks (कंक्रीट ईंट)
लाल मिट्टी की ईंट Red clay burnt brick
भारत में सबसे अधिक मात्रा में लाल इंटर का प्रयोग किया जाता है लाल ईंटें चिकनी मिट्टी से बनाई जाती हैं और इन्हें फिर बाद में धूप में सुखाया जाता है धूप में सूखने के बाद इन्हें भट्टी में जलाया जाता है भट्टी में जलन के बाद यह लाल कलर की निकलती है और यह बहुत मजबूत ईंटें होती हैं लाल ईंटें चार प्रकार की होती हैं जैसा कि नीचे बताया गया है
4 types of bricks
लाल जीते भी चार प्रकार की होती हैं और इन सभी के गुणवत्ताएं भी अलग होती हैं इसीलिए इन सभी को अलग-अलग क्लास में रखा गया है 1st क्लास की ईंट सबसे बेहतरीन और सबसे मजबूत होती हैं इन ईंटों का प्राइस भी अधिक होता है अपने ज्यादातर मकान बनाते समय लाल ईंटों का प्रयोग करते हुए देखा होगा परंतु आपको यह नहीं पता होगा कि यह कौन सी क्लास की ईंटें हैं हम आपको इन सभी ईंटों के बारे में बताएंगे और यह भी आपको बताएंगे कि इन ईंटों की पहचान कैसे की जाती है
1st class brick
बाकी ईंटों की तुलना में यह ईंट ज्यादा मजबूत होती है और और इन ईंटों को टेबल पर रख स्पेशल मोल्डिंग के प्रयोग से बनाया जाता है इन ईंटों का साइज और उनके किनारे एकदम बराबर और नुकीले होते हैं बाकी ईंटों की तुलना में यह ईंट काफी ज्यादा मजबूत होते हैं और इन्हें किसी भी प्रकार के निर्माण में प्रयोग किया जा सकता है यह ईंटें इतनी चिकनी होती है कि आपको प्लास्टर करने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी
गुणवत्ता ( quality )
- Compressive strength – 10 N / mm2
- Water absorption – 10-12%
- Brick size – 242 mm x 115 mm x 70 mm
- Brick color – Red
1st class Red brick price – Rs10/-
2nd class brick
सेकंड क्लास की ईट फर्स्ट क्लास की तुलना में थोड़ी कम मजबूत होती हैं सेकंड क्लास की इन ईटों को जमीन पर रखकर बनाया जाता है इन्हें इकट्ठा हाथों से या किसी मशीन के द्वारा बनाया जाता है इन ईटों को धूप में सुगाकर भट्टी में जलाकर मजबूत बनाया जाता है इन ईटों की size और shape कम ज्यादा हो सकती है
इन ईटों के किनारे और एक बराबर और नुकीले होते हैं इन ईटों का प्रयोग भी मकान निर्माण में सबसे अधिक किया जाता है इन ईटों का प्राइस फर्स्ट क्लास की ईंटों से थोड़ा काम होता है
गुणवत्ता ( quality )
- Compressive strength – 8 N / mm2
- Water absorption – 10-15%
- Brick size – 242 mm x 115 mm x 70 mm
- Brick color – Burnt Red
2nd class brick price – Rs8/-
3rd class brick
थर्ड क्लास की ईटें सबसे बेकार क्वालिटी की होती है इन ईटों का प्रयोग चिनाई के लिए नहीं किया जा सकता है यह ईटें बहुत ही कमजोर होती हैं इन ईटों को आप ऐसी जगह पर नहीं प्रयोग कर सकते हैं जहां पर ज्यादा बारिश आती है, और इन ईटों का साइज भी एक बराबर नहीं होता है उनके किनारे बहुत बेकार होते हैं क्या देख रही।
इन ईटों का रंग देखने में पीला होता है यदि आप इन ईटों का प्रयोग करना चाहते हैं तो आप इन ईटों का को नींव की चिनाई में कर सकते हैं जहां पर आपको बाद में मिट्टी भरनी होती है और आप इन ईटों का प्रयोग फर्श डालने से पहले कर सकते हैं जहां पर ईटें कूट कर डाली जाती हैं।
गुणवत्ता ( quality )
- Compressive strength – 5 N / mm2
- Water absorption – 15-20%
- Brick size – 242 mm x 115 mm x 70 mm
- Brick color – Yellow Red
- Unburnt bricks
- Irregular in shape
3rd class brick price – Rs3/-
4th class bricks
फोर्थ क्लास की ईंटें बहुत ही लो क्वालिटी की होती है इन ईटों को चिनाई में बिल्कुल भी प्रयोग नहीं किया जा सकता यह इन्हें मकान निर्माण के हिसाब से नहीं होती हैं, फोर्थ क्लास की ज्यादा जली हुई होती हैं इन यूट्यूब का साइज थर्ड क्लास की इंटर से भी बहुत बेकार होता है इन इंटर का रंग देखने में काला होता है और इन ईटों का प्रयोग भरत (fiiling) के लिए किया जा सकता है जहां पर आपको बाद में कंक्रीट डालनी होती है
- Compressive strength – 15 N / mm2
- Water absorption – 5-10%
- Brick size – No size
- Brick color – Black Red
- Overburnt bricks
- Irregular in shape
4rd class brick price – Rs3.5/-
फ्लाई ऐश ईंट
फ्लाई ऐश ईट ए सीमेंट के रंग की होती है इन ईटों का प्रयोग मकान बनाने के लिए लाल ईंटों की तरह ही प्रयोग किया जाता है इन ईटों का साइज भी लाल ईंटों की तरह ही होता है इन इंटर को बनाने के लिए राख, बालू और सीमेंट का प्रयोग किया जाता है इसीलिए यह सीमेंट के रंग की दिखती हैं
इन ईटों को बनाने के लिए 60% राख 30% बालू और 10% सीमेंट का प्रयोग किया जाता है इन इन किंग गुणवत्ता भी लाल ईंटों के बराबर ही होती है और इन ईटों का प्राइस लाल ईंटों की तुलना में काम होता है आज के समय में इन सीटों का ज्यादातर इस्तेमाल मकान बनाने के लिए किया जा रहा है
Fly ash brick price – Rs 6/-
Block bricks ब्लॉक ईंट
ब्लॉक की ईंट कई प्रकार की होती हैं और निर्माण में बहुत प्रयोग किया जाता है इन ईटों का साइज नॉरमल ईट और इसे भी बड़ा हो सकता है फ्लाई ऐश के द्वारा बनाई जाती हैं कुछ ईंटें कंक्रीट के द्वारा भी बनाई जाती हैं, यह उच्च क्वालिटी के ईटें होती है इनकी size, shape और किनारे बहुत ही चिकनी औरsharp होते हैं यदि आप इन ईटों से चिनाई करते हैं तो आपकी मकान में प्लास्टर करने की जरूरत नहीं होगी आप सीधा पेट या पुट्टी कर सकते हैं इससे आपका प्लास्टर का खर्चा बच जाता है
- Compressive strength – 18 N / mm2
- Water absorption – 8-10%
- Brick size – 12 X 4 X 2 inch
- Brick color – Grey Red
- Irregular in shape
Concrete bricks (कंक्रीट ईंट)
कंक्रीट की ईंटें एक प्रकार की पूर्वनिर्मित निर्माण सामग्री है जो सीमेंट, रेत, पानी और समुच्चय के मिश्रण से बनाई जाती है। फिर मिश्रण को में डाला जाता है और ठीक किया जाता है, जिसके परिणामस्वरूप एक ठोस और टिकाऊ निर्माण सामग्री प्राप्त होती है। कंक्रीट ईंटों का उपयोग आमतौर पर निर्माण परियोजनाओं में उनकी मजबूती, स्थायित्व और कम लागत के कारण किया जाता है।
इन इटों का प्रयोग अपार्टमेंट फ्लैट आदि बनाने में किया जाता है इन इटोंकी चिनाई करने से मकान जल्दी बन जाता है और इस प्रकार की ईंटों से चेन्नई करने से मकान की चिनाई में ज्यादा सफाई आती है इन ईटों का वजन ज्यादा होता है और इन ईटों का प्रयोग हमेशा load bearing wall के लिए ही किया जाता है
Also read,